साइना नेहवाल ने हासिल की हैं, कई बड़ी उपलब्धियां
17 मार्च को भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल का जन्मदिन है, और उनके जन्मदिन के मौके पर गैर सरकारी संस्था दर्शन मेला म्यूजियम डेवलपमेंट सोसायटी की प्रमुख उपलब्धि ‘पाठक मंच‘ का साप्ताहिक निःशुल्क कार्यक्रम ‘इन्द्रधनुष‘ की 657वीं कड़ी में बताया गया कि “साइना नेहवाल भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। वर्तमान में ये दुनिया की शीर्ष वरीयता प्राप्त महिला बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। इस मुकाम पर पहुँचने वाली ये पहली भारतीय महिला हैं। साथ ही एक महिने में तीसरी बार प्रथम वरीयता पाने वाली भी ये अकेली महिला खिलाड़ी हैं। साइना भारत सरकार द्वारा पद्मश्री और सर्वोच्च खेल पुरस्कार ‘राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार‘ से सम्मानित हो चुकी है।
साइना का जन्म 17 मार्च 1890 को हरियाणा राज्य के हिसार के एक जाट परिवार में हुआ था। इनके पिता डॉक्टर हरवीर सिंह नेहवाल और माता उषा नेहवाल है। साइना ‘साइंर्‘ के नाम से बना है। साइना ने शुरूआती प्रशिक्षण हैदराबाद के लाल बहादुर स्टेडियम में कोच नानी प्रसाद से प्राप्त किया। माता-पिता दोनों के बैडमिंटन खिलाड़ी होने के कारण साइना का बैडमिंटन की ओर रुझान शुरू से ही था। पिता हरवीर सिंह ने बेटी की रुचि देखते हुए उसे भरपूर सहयोग और प्रोत्साहन दिया। साइना अब तक कई बड़ी उपलब्धियां अपने नाम कर चुकी हैं। ये विश्व कनिष्ठ बैडमिंटन विजेता रह चुकी हैं।
आलंपिक खेलों में महिला एकल बैडमिंटन का कांस्य पदक जीतने वाली ये देश पहली महिला खिलाड़ी है। दिल्ली में आयोजित राष्ट्रमंडल खेल में इन्होंने स्वर्ण पदक हासिल किया। अप्रैल 2015 में अधिकारिक रूप से विश्व रैंकिंग 1 घोषित की गई। इस मुकाम में पहुँचने वाली ये पहली भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी है। साइना, नौवीं वरीयता प्राप्त जापानी सायाका सातो को 21-9 21-18 से हराकर 2008 विश्व कनिष्ठ बैडमिंटन प्रतियोगिता जीतने वाली पहली भारतीय बनी।”