केन्द्र नवोदय विद्यालय के तर्ज पर स्थापित करेगा एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय


नई दिल्ली। 24 जून 2019, सोमवार। देश में कुल 284 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय (ईएमआरएस) स्वीकृति है जिनमें से 219 functional हैं।  देशभर के 65 Non Functional EMRS में से 16 अकेले झारखण्ड राज्य में है। झारखण्ड राज्य में कुल स्वीकृति  EMRS 23  में से 7 ही संचालित है। चतरा लोक सभा क्षेत्र में ईएमआरएस में से अभी तक एक भी विधिवत स्थापित होकर चालू नहीं हुई हैं। इस सवाल को चतरा सांसद सुनील कुमार सिंह ने लोकसभा में पूछा, जब जवाब में केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के लिए पहले राज्य सरकारों को राशि जारी की जाती थी, अब केन्द्र सरकार नवोदय विद्यालय की तर्ज पर स्थापित करेगी। चतरा लोक सभा में लातेहार, गारू, महुडांड, बरवाडीह, कान्हाचटटी, मनातु में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय स्थापित किये जायेगें। 


sunil kumar singh


 लोक सभा में चतरा सांसद सुनील कुमार सिंह द्वारा विभिन्न जनजातीय समुदायों, आदिम जनजातीय समुदायों की देश में कुल जनसंख्या तथा झारखंड में जनसंख्या के प्रतिशत, इनके विकास के लिए संचालित एवं प्रस्तावित योजनाओं, विद्यायालयी शिक्षा के लिए बजटीय प्रावधान तथा जाति प्रमाण पत्र मे आने वाली समास्याओं के बारें जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुण्डा से प्रश्न पूछा गया। जिसका जवाब देते हुए
 केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुण्डा ने बताया कि देश में 700 से अधिक जन जातियां है। 75 समुदायों को विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (पीवटीजी) के रूप में सूचीबद्ध किया है। जिसमें झारखण्ड के 8 समुदाय असुर, बिरहोर, बिरजिया, कोरवा, मल पहारिया, परहैया, सौरिया पहारिया तथा सावरा है। जिनकी झारखण्ड में जनसंख्या 292359 है। इनके विकास के लिए झारखण्ड को वर्ष 2017-18 में 494 लाख रूपये दिये गये है। 
 


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