योग दिवस पर देश में लगभग 13 करोड़ और दिल्ली में 10 लाख लोग करेंगे योग - मनोज तिवारी
नई दिल्ली, 19 जून। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आज प्रदेश कार्यालय पर 21 जून को भारत के साथ-साथ पूरे विश्व में मनाये जाने वाले 5वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के दिल्ली में होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी देने हेतु प्रेस वार्ता की।
पत्रकारों को सम्बोधित करते हुये दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि 21 जून को मनाये जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर दिल्ली के लोगों की सहभागिता के लिए मीडिया की सशक्त भूमिका के माध्यम से जनता से अपील करता हूँ कि अगामी 21 जून को योग दिवस कार्यक्रमों में भाग लेकर अपने जीवन को रोगमुक्त व स्वस्थ बनाये। देश भर में लगभग 13 करोड़ लोग एक साथ एक समय में अलग-अलग स्थानों पर योग करेंगे। दिल्ली भारतीय जनता पार्टी द्वारा 300 स्थानों पर करीब 3 लाख हिस्सा लेंगे। दिल्ली भर में अलग-अलग संस्थाओं द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में करीब 10 लाख लोग योग करेंगे। दिल्ली के सभी 280 मंडलों में योग दिवस के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे, जिसमें संगठन के पदाधिकरी सहित क्षेत्र के प्रमुख लोग हिस्सा लेंगे। दिल्ली भाजपा द्वारा आयोजित योग दिवस के कार्यक्रमों में लगभग तीन लाख लोग शामिल होंगे।
मनोज तिवारी ने कहा कि योग एक सकारात्मक उर्जादायी प्रक्रिया है जो कि शरीर, मन व विचारों का शुद्धिकरण कर देता है। योग दिवस के अवसर पर मैं अपने संसदीय क्षेत्र के घोंण्डा में यमुना के किनारे सुन्दर वातावरण में योग प्राणायाम करूंगा जहां मैं अपने साथ योग करने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष शीला दीक्षित को आमंत्रित करता हूँ कि वो लोग आयें और योग का संदेश दिल्ली के लोगों तक पहुंचाये।
योग दिवस पर होने वाले कार्यक्रम के बारे में आगे बताते हुए तिवारी ने कहा कि दिल्ली में मुख्य तौर पर 40 बड़े कार्यक्रम होंगे जिसमें केन्द्रीय मंत्री व अपने-अपने क्षेत्रों में सांसद मौजूद रहेंगे। इस बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 21 जून को झारखंड की राजधानी रांची में लगभग 50 हजार आम लोगों के साथ योग करेंगे। आयुष मंत्रालय की वेबसाइट पर योग में अपनी रूचि प्रकट करते हुये 76,98,271 लोगों ने योग करने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है। गौरतलब है कि 11 दिसम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रस्ताव पर प्रत्येक वर्ष 21 जून को विश्व योग दिवस के रूप में मान्यता दी और 21 जून, 2015 को प्रथम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। पहला योग दिवस राजपथ पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 21 जून, 2015 को मनाया गया जिसमें 84 देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। प्रथम बार विश्व योग दिवस के अवसर पर 192 देशों में योग कार्यक्रमों के आयोजन किये गये जिसमें 47 मुस्लिम देश भी शामिल थे।
मनोज तिवारी ने कहा कि योग शब्द की उत्पत्ति, संस्कृति के युज से हुई है, जिसका मतलब होता है आत्मा का सार्वभौमिक चेतना से मिलन। योग लगभग दस हजार साल से भी अधिक समय से अपनाया जा रहा है। योग को धर्म से नहीं जोड़ना चाहिए इसे सभी धर्मों के लोगों ने अपनाकर जीवन को स्वस्थ बनाया है। योग के मामले में भारत दो विश्व रिकॉर्ड बनाकर गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्डस में अपना नाम दर्ज कर चुका है। पहला रिकॉर्ड एक जगह पर सबसे अधिक लोगों के योग करने का बना, तो दूसरा एक साथ सबसे अधिक देशों के लोगों के योग करने का बना है।