25 अक्टूबर को जयपुर में आयोजित होगा चौथा आयुर्वेद दिवस
भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने 2016 से प्रत्येक वर्ष धनवंतरी जयंती (धनतेरस) के दिन आयुर्वेद दिवस मनाने का निर्णय लिया था। इस अवसर पर, मंत्रालय 3-4 आयुर्वेद विशेषज्ञों को 'राष्ट्रीय धनवंतरी आयुर्वेद पुरस्कार' से भी सम्मानित करता है, जिसमें प्रशस्ति-पत्र, ट्राफी (धनवंतरी की मूर्ति) और पांच लाख रुपये का नकद पुरस्कार शामिल हैं।
आयुष मंत्रालय के संगठन यानी अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए) नई दिल्ली, केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (सीसीआरएएस), आयुर्वेद स्नातकोत्तर प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (आईपीजीटी एंड आरए) जामनगर, भारतीय औषधि एवं होम्योपैथी फार्माकोपिया आयोग (पीसीआईएम एंड एच) गाजियाबाद और पूर्वोत्तर आयुर्वेद एवं होम्योपैथी संस्थान (एनईआईएएच) शिलांग भी इस कार्यक्रम में अपनी भागीदारी कर रहे हैं।
आयुर्वेद एक व्यापक कार्यक्रम में भरोसा करता है, जिसमें जागरुक भोजन (आहार), रहन-सहन (विहार), नींद (निद्रा), दीर्घायु (स्वस्थ्य जीवनकाल) के विस्तार के लिए व्यवहारात्मक एवं मनोवैज्ञानिक क्रियाकलाप शामिल हैं। रसायन तंत्र, आयुर्वेद की आठ शाखाओं में एक है, जो कायाकल्प, ऊर्जा संचार, रोग प्रतिरक्षण, स्वस्थ रूप से जीवन बढ़ाने और दीर्घायु बनाने के लिए समर्पित है।