त्‍यौहार के मौसम में यात्रियों के साथ खुशियां बांट रहा है, भारतीय रेलवे


इन दिनों अगर आप रेलवे से अपने परिवार के साथ घर की ओर जा रहे हैं, और आपको किसी खास स्टेशन पर यह पूछा जाए कि क्या मैं आपकी सहायता कर सकता हूं, तो वाकई यात्रा की थकान में कमी होगी, यह कहा जा सकता है।


त्योहार के मौसम में रेलवे अपने यात्रियों को ऐसी ही खुशी और सुविधा देने जा रहा है, जब महत्‍वपूर्ण स्‍टेशनों पर “क्‍या मैं आपकी मदद कर सकता/सकती हूं” बूथ काम करेंगे जहां आरपीएफ जवान और टीटीई यात्रियों की उपयुक्‍त सहायता और मार्गदर्शन करेंगे।


जरूरत पड़ने पर प्रमुख स्‍टेशनों में चिकित्‍सकों के दल उपलब्‍ध होंगे। अर्द्धचिकित्‍सकों के साथ एम्‍बुलेंस भी उपलब्‍ध रहेगी। मेल/एक्‍सप्रेस/यात्री ट्रेनों को निर्धारित समय पर रवाना करने के उपाय किए गए हैं।


किसी तरह के भ्रष्‍टाचार – जैसे सीट बेचने, ओवर चार्जिंग और दलाली आदि पर सुरक्षा और सतर्कता विभाग के अधिकारियों द्वारा कड़ी निगरानी रखी जा रही है।


जोनल मुख्‍यालयों ने प्रतीक्षा हॉलों, रिटायरिंग रूम, यात्रियों की सुख-सुविधा वाले क्षेत्रों और स्‍टेशनों में सफाई बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।


दरअसल, त्योहारों के मौसम आते ही शहरों, महानगरों में रहने वाले लोग अपने परिवार के साथ घर जाना शुरू कर देते हैं। दशहरे से शुरू होने वाली ये आवाजाही वर्ष के अंत तक रहती है। इन दिनों में रेलवे में खचाखच भीड़ नजर आती है।


रेल यात्रियों की सुविधा और त्‍यौहार के मौसम के दौरान यात्रियों की भीड़ कम करने के लिए, भारतीय रेलवे इस वर्ष दुर्गा पूजा से क्रिसमस तक 200 जोड़े विशेष ट्रेनें चला रहा है। साथ ही उसने नियमित ट्रेनों में कोचों की संख्‍या बढ़ाई है ताकि त्‍यौहार के दौरान होने वाली भीड़ के लिए बर्थ उपलब्‍ध कराई जा सके।


इन विशेष ट्रेनों में भारतीय रेलवे 2500 अतिरिक्‍त सेवाएं चला रहा है। देश के प्रमुख स्‍थानों जैसे दिल्‍ली-पटना, दिल्‍ली-कोलकाता, दिल्‍ली-मुम्‍बई, मुम्‍बई-लखनऊ, चंडीगढ़-गोरखपुर, दिल्‍ली-छपरा, हावड़ा-कटिहार, हरिद्वार-जबलपुर आदि को जोड़ने के लिए रेलवे ने विशेष ट्रेनों की योजना बनाई है।


अनार‍क्षित डिब्‍बों में यात्रियों का प्रवेश अनुशासित तरीके से कराने के लिए आरपीएफ कर्मचारियों की देखरेख में टर्मिनस स्‍टेशनों पर पंक्तियां बनाकर भीड़ को नियंत्रित किया जाएगा। रेल और सड़क का इस्‍तेमाल करने वालों की सुविधा के लिए स्‍टेशनों और प्रमुख रेलवे क्रॉसिंग पर प्रकाश के पर्याप्‍त प्रबंध किए गए हैं।


ट्रेनों को सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रमुख रेलवे स्‍टेशनों पर अधिकारियों को तैनात किया गया है। ट्रेन सेवा में किसी प्रकार की बाधा से निपटने के लिए प्राथमिकता के आधार पर विभिन्‍न सेक्‍शनों में कर्मचारियों की तैनाती की गई है। इसके साथ ही प्‍लेटफॉर्म संख्‍या के साथ ट्रेनों के आगमन/रवाना होने के समय की घोषणा कराने के भी उपाय किए गए हैं।


 


Popular posts from this blog

पर्यावरण और स्वच्छता के लिहाज से ऐतिहासिक रहा आस्था का कुंभ 2019

मुखिया बनते ही आन्ति सामाड ने पंचायत में सरकारी योजनाओं के लिये लगाया शिविर

झारखंड हमेशा से वीरों और शहीदों की भूमि रही है- हेमंत सोरेन, मुख्यमंत्री झारखंड