अंबेडकर जयंती के अवसर पर शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास द्वारा हुआ ई-चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन
बाबा साहब ने अपना सम्पूर्ण जीवन भारतीय समाज के उत्थान के लिए समर्पित किया। अभाव भरे जीवन में भी श्रेष्ठ कार्य किया जा सकता है, इसके परिचायक थे बाबा साहब। बाबा साहब का नारा ही नहीं अपितु ध्येय था स्वतंत्रता, समानता व भाईचारा यानी आधुनिक संदर्भ में उन्होंने धर्म की व्याख्या दी थी, वास्तव में बाबा साहब राष्ट्रीय महापुरुष थे। उन्होंने कहा था कि शिक्षित बनो, संगठित हो और संघर्ष करो, बाबा साहब ने जो भी बात कही पहले उन्होंने उसे अपने जीवन में आत्मसात किया। दलित, पीड़ित, गरीब, पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए संघर्ष करते हुए बाबा साहब ने कभी भी हाथ में पत्थर नहीं लिया, हिंसा नहीं की। बाबा साहब कहते थे मैं संघर्ष करता हूं, लेकिन मेरा कोई शत्रु नहीं है। बाबा साहब का जीवन हम सभी भारतीयों के लिए प्रेरणादायी है। यह उद्गार शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय सचिव अतुल कोठारी ने न्यास द्वारा आयोजित ई-चित्रकला प्रतियोगिता के परिणाम घोषित करते हुए व्यक्त किया।
शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास द्वारा अंबेडकर जयंती के अवसर पर कोरोना संकट के समय स्कूली विद्यार्थियों के लिए हस्त निर्मित चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गयी थी।
प्रतियोगिता के संयोजक अथर्व शर्मा ने बताया कि प्रतियोगिता में देश के प्रत्येक राज्य का प्रतिनिधित्व रहा व देश के कोने कोने से 86,467 प्रतिभागियों ने बाबा साहब पर आधारित चित्रांकन कर प्रतिभागिता की। इतनी बड़ी संख्या में चित्रों की प्रविष्ठि का भी यह अपने आप में कीर्तिमान स्थापित हुआ है। प्रतियोगिता में 14 वर्ष आयुवर्ग में बलिया उत्तरप्रदेश के हिमांशु गुप्ता ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, उधमपुर जम्मू-कश्मीर के अभिनव मंगोत्रा ने द्वितीय एवं कछार असम के हेनरी मोकाहारी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। वहीँ 15 से 18 वर्ष आयुवर्ग में नवादा बिहार की नीतांशी कुमारी ने प्रथम, आगरा उत्तर प्रदेश की लावण्या लोधी ने द्वितीय एवं भोपाल के सम्यक शिंदे ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रोत्साहन पुरस्कार नागालैंड की स्मिता देवी, असम की इन्द्राक्षी हलदार, पश्चिम बंगाल के अद्रिजा दास व दिल्ली की दीप्ति को प्राप्त हुए हैं। शर्मा ने बताया कि प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले को 5,100/- द्वितीय को 3,100/- व तृतीय को 2,100/- रुपये की राशि प्रदान की जाएगी। प्रोत्साहन वाले प्रतिभागियों को 1,100/- रुपये दिए जाएंगे।