बिहार चुनाव की तारीखों की जल्द हो सकती है घोषणा, मगर राजनीतिक दलों में अब तक नहीं सुलझ रहा सीट शेयरिंग का मसला
चुनाव आयोग ने बिहार विधान सभा चुनाव के लिए अधिसूचना जारी किये जाने की प्रक्रिया तेज कर दी है। जल्दी ही चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया जायेगा, मगर अब तक यहां दोनों गठबंधनों जदयू-भाजपा-लोजपा-हम एवं राजद-कांग्रेस-लोसपा-वीआईपी-वाम दलों के बीच सीट शेयरिंग का मसला अभी तक हल नहीं होने से राजनीतिक सरगर्मी मंद पड़ी है।
इन राजनीतिक दलों के कार्यालयों में पार्टी के कार्यकर्ता उम्मीदवारी के लिए अपना वायोड़ाटा जमा कर बैरंग लौट जाते हैं।इस वजह से दफ्तरों में भीड़-भाड़ नहीं के बराबर है।हालांकि सभी दलों ने अपने दफ्तरों को चका-चक बना रखा है। दोनों ही गठबंधनों ने कौन कितने सीटों तथा कहां से लडेगा ?
अभी तक यह तय नहीं कर सका है। राज्य में सत्तारूढ़ जदयू बड़े भाई की भूमिका में बना रहना चाहता है,लेकिन साझीदार भाजपा इस बार यह मानने को तैयार नहीं है।ऊपर से लोजपा ने भी ज्यादे सीट की मांग रख पेंच फंसा दिया है। महागठबंधन का सबसे बड़ा दल राजद इस बार सहयोगी दलों कांग्रेस,वाम पार्टियां ,लोसपा एवं वीआईपी को वेवजह सीट नहीं देना चाहता है,क्योंकि पिछले चुनावों से राजद को यह अनुभव हो गया है, कि ये पार्टियां वोट ट्रांसफर नहीं करा पाती है और टिकटों का खेल कर बैठती है। इस वजह से इस बार पहले क्षेत्रों के साथ भावी प्रत्याशियों का नाम सामने रखने को कहा गया है,जो घटक दलों को रास नहीं आ रहा है।
हालांकि शीघ्र ही बिहार चुनाव के तारीखों की आधिकारिक घोषणा नयी दिल्ली में निर्वाचन आयोग की ओऱ से की जाएगी। सूत्रों के अनुसार इस बार कोरोना संकट को लेकर चुनावी प्रक्रिया में कई अहम् बदलाव देखने को मिलेंगे। प्रचार का रूप भी बदला रहेगा।
बिहार में विधान सभा की कुल 243 सीटों पर चुनाव होना है,इनमें अनुसूचित जाति के लिए 38 और अनुसूचित जनजाति के लिए दो सीटें हैं। मौजूदा विधान सभा का कार्यकाल 29 नवम्बर को समाप्त होने वाला है।
साल 2015 का बिहार विधानसभा चुनाव पांच चरणों में कराया गया था। पहले दौर की वोटिंग 12 अक्टूबर, दूसरे दौर की 16 अक्टूबर, तीसरे दौर की 28 अक्टूबर, चौथे दौरे की 1 नवंबर और पांचवें दौर की वोटिंग 5 नवंबर को संपन्न हुआ था। वोटों की गिनती 8 नवंबर को हुयी थी।
बिहार में विधान सभा की कुल 243 सीटों पर चुनाव होना है,इनमें अनुसूचित जाति के लिए 38 और अनुसूचित जनजाति के लिए दो सीटें हैं। मौजूदा विधान सभा का कार्यकाल 29 नवम्बर को समाप्त होने वाला है।