बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं के नरसंहार एवं राजनीतिक हिंसा के विरूद्ध दिल्ली भाजपा ने बंगाल भवन पर किया प्रदर्शन
नई दिल्ली, 4 मई।
बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं पर किये
जा रहे दमन के विरूद्ध आज दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष आदेश गुप्ता के नेतृत्व में
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने नई दिल्ली स्थित बंगाल भवन पर प्रदर्शन किया और
गिरफ्तारी दी। प्रदर्शन में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष
रामवीर सिंह बिधूड़ी, सांसद मीनाक्षी लेखी, रमेश बिधूड़ी एवं प्रवेश साहिब सिंह,
विधायक
विजेंद्र गुप्ता, मोहन सिंह बिष्ट, अभय वर्मा, अजय महावर, अनिल बाजपेयी एवं जितेंद्र महाजन
ने सम्मलित होकर गिरफ्तारी दी।
आदेश गुप्ता ने कहा है कि बंगाल में चुनाव
परिणाम आने के साथ ही तृणमूल कांग्रेस नेताओं के संरक्षण में भाजपा कार्यकर्ताओं
के विरूद्ध हिंसा का तांडव प्रारम्भ हो गया है जिसकी आज सारा देश निंदा कर रहा है।
सारे बंगाल में भाजपा कार्यालय जलाये
जा रहे हैं, कार्यकर्ताओं के घरों पर हमले हो रहे
हैं, 9 कार्यकर्ताओं का नरसंहार हुआ है और यह
बेहद दुखद है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस हिंसा पर मूक बनी बैठी हैं, ना तो अपने कार्यकर्ताओं को हिंसा बंद करने को कह रही हैं और ना ही पुलिस
प्रशासन को सख्त कार्रवाई करने को कह रही हैं जो स्तब्ध करता है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि
दिल्ली सहित सारे देश के भाजपा कार्यकर्ता अपने बंगाल के साथियों के साथ खड़े हैं
और हम मांग करते हैं कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने कार्यकर्ताओं को हिंसा करने
से रोकें।
दरअसल, बंगाल में विधानसभा चुनाव के नतीजों
की घोषणा के बाद भी हिंसा का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार शाम से
सोमवार रात तक विभिन्न हिस्सों में हिंसा की घटनाएं घटी हैं। इन घटनाओं में कई
लोगों के मारे जाने की खबर है। भाजपा का आरोप है कि इनमें नौ उसके कार्यकर्ता हैं।
जबकि बर्द्धमान में एक टीएमसी और उत्तर 24 परगना में एक आइएसएफ के कार्यकर्ता की जान चली गई है।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने हैट्रिक लगा दी है। यानी लगातार तीसरी बार सत्ता में आई है। 2016 की तुलना में तृणमूल कांग्रेस को 2 सीट ज्यादा यानि 213 सीट पर जीत मिली है, वहीं भाजपा उम्मीद के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर पाई। हालांकि, पिछले विधानसभा चुनाव में वह केवल तीन सीट जीती थी। इस बार वह 77 सीट जीती है। दूसरी तरफ कांग्रेस और लेफ्ट का पत्ता साफ हो गया है, क्योंकि इनका खाता तक नहीं खुला है।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने हैट्रिक लगा दी है। यानी लगातार तीसरी बार सत्ता में आई है। 2016 की तुलना में तृणमूल कांग्रेस को 2 सीट ज्यादा यानि 213 सीट पर जीत मिली है, वहीं भाजपा उम्मीद के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर पाई। हालांकि, पिछले विधानसभा चुनाव में वह केवल तीन सीट जीती थी। इस बार वह 77 सीट जीती है। दूसरी तरफ कांग्रेस और लेफ्ट का पत्ता साफ हो गया है, क्योंकि इनका खाता तक नहीं खुला है।