15 अगस्त को हुआ बहुप्रतिक्षित किताब क्वीन, मुकम्मल ईश्क की अधूरी कहानी का विमोचन।
नई दिल्ली
मीमांसा डेस्क,
हिंदी पत्रकारिता
क्षेत्र के जाने-माने पत्रकार विश्व गौरव की बहुप्रतीक्षित किताब 'क्वीन' का
विमोचन 15 अगस्त को किया गया। इस दौरान कई जानी-मानी हस्तियां
ऑनलाइन विमोचन कार्यक्रम में सम्मिलित हुई। एक नई विधा में लिखी गई किताब 'क्वीन' का
विमोचन 15 अगस्त
को किया गया। को जाने-माने पत्रकार विश्व
गौरव ने इसे लिखा है, जिसे 'द पुस्तकालय' ने
प्रकाशित किया है।
इस पुस्तक के प्रकाशक 'द पुस्तकालय' के
फाउंडर शुभम सिंह ने बताया कि इस किताब का आधार शाश्वत प्रेम है। उन्होंने बताया, 'मैंने
सोशल मीडिया पर देखा कि लोग लगातार #क्वीन के साथ की गई पोस्ट्स पर
कॉमेंट कर रहे हैं कि इसकी एक किताब प्रकाशित की जाए। इसके बाद मैंने फेसबुक के
माध्यम से ही विश्व गौरव से संपर्क किया और किताब लिखने का ऑफर किया। वह तैयार हुए
लेकिन उनकी शर्त थी कि किताब आएगी तो कम से कम कीमत पर पाठकों के लिए उपलब्ध होनी
चाहिए। इसके 6 महीने के बाद उन्होंने मुझे कॉन्टेंट उपलब्ध कराया और
मैंने किताब प्रकाशित की।' उन्होंने कहा कि मैंने सोशल मीडिया पर किसी किताब के
लिए इतना ज्यादा प्यार कभी नहीं देखा। शुभम ने कहा, 'हमने
यह किताब जीरो प्रॉफिट से साथ लॉन्च की है।' हम इसे
डिलिवरी चार्ज के साथ सिर्फ 99 रुपये में पाठकों को उपलब्ध करा रहे हैं। हमारा भी
उद्देश्य है कि इतना शानदार कॉन्टेंट किसी भी साहित्य प्रेमी से छूटना नहीं चाहिए।
किताब में बताई गई प्रेम की असल परिभाषा: दिव्या
इस पुस्तक के प्रकाशन के लिए द पुस्तकालय की मीडिया
पार्टनर 'एजुकेशन
बीट्स' की
स्थानीय संपादक दिव्या ने बताया कि हमारे पास युवा रीडर्स का एक बड़ा ग्रुप है। जब
'द
पुस्तकालय' ने हमसे संपर्क किया तो हमने पहले किताब की एक प्रति
मांगी, हमारे
संपादक प्रफुल्ल गोस्वामी ने किताब पढ़कर तुरंत कहा कि इसके लिए तो हम हमेशा साथ
हैं। उन्होंने कहा, 'हम साहित्य के लिए काम कर रहे हैं। इतना शानदार
साहित्य कहीं कभी नहीं देखा। युवाओं को एक नया संदेश देने की कोशिश की गई है। इस
किताब में बताया गया है कि प्रेम का मतलब सिर्फ किसी को पाना नहीं होता, बल्कि
उसे हमेशा चाहते रहना ही असली प्यार है।'
जाने माने पत्रकार हैं विश्व गौरव
आपको बता दें कि 'क्वीन ... मुकम्मल इश्क की
अधूरी कहानी' के लेखक विश्व गौरव ने बताया देश के जाने-माने
पत्रकार हैं। कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में काम कर चुके विश्व गौरव फिलहाल The Times Of India Group के नवभारत टाइम्स ऑनलाइन में मुख्य उपसंपादक के तौर
पर कार्यरत हैं। इससे पहले उनकी किताब 'मेरी दृष्टि- मेरे विचार' भी
काफी चर्चित रही है। प्रखर राष्ट्रवाद को लेकर लिखी गई इस किताब में राष्ट्रीयता
और देशहित के मूल विचार को पाठकों ने काफी पसंद किया था।